कृष्ण कन्हैया Anupama Ravindra Singh Thakur
कृष्ण कन्हैया
Anupama Ravindra Singh Thakurनटखट कृष्ण कन्हैया की
लीला है अपरंपार,
रास रचा कर जगदीश्वर ने
किया जगत का उद्धार,
माखन चुराकर,मटकी फोड़ कर,
मुरलीधर मोहन ने किया कंस का संहार।
ग्वाल बालों संग धेनु चराकर,
गोपियों संग रास रचा कर,
राधा के संग प्रीत लगाकर,
राधिकारमण ने किया प्रेम को साकार।
अर्जुन के सारथी बन,
दिखाया उसे कर्म का द्वार,
भगवद्गीता रचकर किया संसार का उद्धार,
नटखट कृष्ण कन्हैया की लीला है अपरंपार।
जय श्री कृष्ण जी