बहादुर हैं बेटियाँ  Rajender कुमार Chauhan

बहादुर हैं बेटियाँ

Rajender कुमार Chauhan

बेटी का जग में नाम बड़ा
शिक्षित करना है काम बड़ा,
कन्धों पर है ज़िम्मेदारी
है शिक्षा का पैग़ाम बड़ा।
 

बनने दो इनको मर्द़ानी
तनने दो बन कर सैनानी,
घर की देश की शान हैं ये
करने दो इनको मनमानी।
हीरों की कनी का द़ाम बड़ा,
बेटी का जग में नाम बड़ा।
 

दो-दो कुल को सँवारती है
जननी है "माँ", निहारती है,
स्वयं चाहे मैली हो जाए,
परिवार को सुधारती है।
भ्रूण हत्या इल्ज़ाम बड़ा,
बेटी का जग में नाम बड़ा।
 

बेटी बड़ी भोली होती है
घर की रंगोली होती है,
उसको ये धन मिलता है
जो आँखें खोली होती है।
कन्यादान! सब दान बड़ा,
बेटी का जग में नाम बड़ा।
 

इनका पालन भी पूजा है
ईश्वर का रूप ये दूजा है,
तर गया पार वो भव सागर
मन इनका जिसने खोजा है।
उसका जग में सम्मान बढ़ा,
बेटी का जग में नाम बड़ा।

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