काव्यशाला - श्रृंगार रस की कविताएं

हिंदी साहित्य के श्रृंगार रस की कालजयी कविताओं का संकलन





भोर तें साँझ लौ कानन ओर निहारति 

घनानंद

शृंगार रस | रीतिकाल

 1121  0

पर आँखें नहीं भरीं

शिवमंगल सिंह 'सुमन'

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1466  0

वहै मुसक्यानि, वहै मृदु बतरानि, वहै

घनानंद

शृंगार रस | रीतिकाल

 1148  0

वा निरमोहिनि रूप की रासि न

ठाकुर

शृंगार रस | रीतिकाल

 1144  0

आवन सुन्यो है मनभावन को भावती ने 

देव

शृंगार रस | रीतिकाल

 1128  0

बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ

महादेवी वर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1309  0

प्रिय आत्मन

विष्णु प्रभाकर

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1075  0

तुम भी बोलो, क्या दूँ रानी

नरेन्द्र शर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1213  0

आएगी आएगी आएगी किसी को

आनंद बख़्शी

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1053  0

श्याम मोसूँ ऐंडो डोलै हो

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1181  0

माना तेरी नज़र में तेरा प्यार हम नहीं

नक्श लायलपुरी

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1125  0

बात करनी है

कुमार विश्वास

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1377  0

छवि को सदन मोद मंडित

घनानंद

शृंगार रस | रीतिकाल

 1133  0

तुम मुझमें प्रिय, फिर परिचय क्या

महादेवी वर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1250  0

जो मुखरित कर जाती थीं

महादेवी वर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1146  0

प्रेमा नदी

सोम ठाकुर

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1083  0

सुघर सलोने स्याम सुंदर सुजान कान्ह

जगन्नाथदास 'रत्नाकर'

शृंगार रस | रीतिकाल

 1150  0

झलकै अति सुन्दर आनन गौर

घनानंद

शृंगार रस | रीतिकाल

 1083  0

अब विदा लेता हूँ

पाश

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1138  0

कमल-दल नैननि की उनमानि

रहीम

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1183  0

बौरसरी मधुपान छक्यौ

महाकवि बिहारीलाल

शृंगार रस | रीतिकाल

 1165  0

तुम्हारी छत पे निगरानी बहुत है

कुमार विश्वास

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1454  0

ऐसा भी होगा 

भवानी प्रसाद मिश्र

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1093  0

आँगन बैठी सुन्यो

देव

शृंगार रस | रीतिकाल

 1102  0

प्राण अधार

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1351  0

मैं अपनौ मनभावन लीनों

महाकवि बिहारीलाल

शृंगार रस | रीतिकाल

 1179  0

पवन ने कहा

कुमार विश्वास

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1305  0

बैठे भंग छानत अनंग-अरि रंग रमे

जगन्नाथदास 'रत्नाकर'

शृंगार रस | रीतिकाल

 1000  0

जल भरे झूमैं मानौं भूमैं परसत आप

श्रीपति

शृंगार रस | आधुनिक काल

 969  0

नहिं भावै थांरो देसड़लो जी रंगरूड़ो

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1126  0



  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com