गर है मोहब्बत हमसे Shivam Kumar
गर है मोहब्बत हमसे
Shivam Kumarगर है मोहब्बत हमसे,
तो कभी पास भी आया करो,
यूँ न दूर खड़ी मुस्कुराया करो,
दो अल्फाज प्रेम के कहा भी करो,
गर है मोहब्बत हमसे,
तो कभी पास भी आया करो ।।
यूँ नैनों से बाण चलाया न करो,
कभी तो इश्क़ का इजहार किया भी करो,
गर है मोहब्बत हमसे,
तो कभी पास भी आया करो ।।