दोस्ती Gaurav Rajput
दोस्ती
Gaurav Rajputदोस्ती की है तो जरूर निभाएँगे,
तेरी दोस्ती में खुद को हर वक्त आजमाएँगे।
तू हुए जो कोई महफिल में रुसवा,
तो खुद गिर जाएँगे, पर तुझको उठाएँगे।
की भी अगर तूने मुझसे कोई खता,
तो कुछ ना सुनाएँगे, बस खुद को समझाएँगे।
आएगी मेरी जिन्दगी में बहुत सारी मुश्किलें,
फिर भी तेरे लिए, बस तेरे लिए ही मुस्कुराएँगे।
होने न देंगे कभी एहसास तुम्हें दुख का,
खुशियाँ और बस खुशियाँ ही तेरी जिंदगी में लाएँगे।
दोस्ती की है तो जरूर निभाएँगे,
तेरी दोस्ती में खुद को हर वक्त आजमाएँगे।
टूटे अगर कोई सितारे तेरे किस्मत के,
तो कसम खुदा की, खुद ही तेरे किस्मत के सितारे बन जाएँगे।
ठोकरें ना लगने देंगे कभी रास्तों में तुझे,
झुक-झुक रास्तों से हर कंकड़ को उठाएँगे।
चलेंगे हर वक्त तेरे साए की तरह,
तुझको आगे का, बस आगे का रास्ते ही दिखाएँगे।
गिरने ना देंगे कभी तेरे आँसू के एक भी बूंद,
और गिरे तो उसे अपना बस अपना ही बताएँगे।
दोस्ती की है तो जरूर निभाएँगे,
तेरी दोस्ती में खुद को हर वक्त आजमाएँगे।
तेरे हर एक सपने को पूरा कराएँगे,
तुझे दुनिया के हर एक रंग को दिखाएँगे।
देंगे तेरा साथ हर वक्त तेरे आगे रहकर,
पर मंजिल पे तुम्हें आगे और खुद को पिछे छोड़ जाएँगे।
सजदा करेंगे तेरी सलामती के लिए हर वक्त,
और हर दर पे तेरे लिए अपना सर भी झुकाएँगे।
आने न देंगे तेरी मौत मुझसे पहले,
इसी लिये हम अपनी जिंदगी तेरे नाम कर जाएँगे।
दोस्ती की है तो जरूर निभाएँगे,
तेरी दोस्ती में खुद को हर वक्त आजमाएँगे।