कुछ पूछो तो सही JASPAL SINGH
कुछ पूछो तो सही
JASPAL SINGHकभी बैठोे तो मेरे पास कुछ पूछो तो सही,
रोज़ करते हो मुझसे बात, कुछ पूछो तो सही।
क्या खोया क्या पाया ज़िन्दगी के कौन से मोड़ पे,
खोल के रख देंगे हर किताब, कुछ पूछो तो सही।
किस दिल की कौन सी बात को कब इस दिल ने दिल पे लिया,
बयाँ कर देंगे दिल के सब राज़, कुछ पूछो तो सही।
वो खुले आम करते रहे, हम चुप चाप क्यों सहते रहे,
हर खामोशी को लब पे लाएँगे आज, कुछ पूछो तो सही।
हम भटकते रहे इतने साल मगर कोई ना मिला,
तुम अब मिले हो पहली बार, कुछ पूछो तो सही।