हिंदी मेरी राष्ट्रभाषा  Jagwanti Drall

हिंदी मेरी राष्ट्रभाषा

Jagwanti Drall

हिंदी मेरी राष्ट्रभाषा,
हिंदी मेरी राजभाषा,
हिंदी मेरी मातृभाषा।
 

कहते हैं भारतवासी
हम हैं हिन्दुवासी,
परन्तु प्रश्न उठता है अब,
हिंदी सीखोगे कब ?
उत्तर मिलता है तब,
हिंदी का महत्व है कब?
 

आज हिंदी बोले बिना
काम भी नहीं चलता,
परन्तु फिर भी इसका
कोई नाम नहीं चलता।
दशा बड़ी अजीब सी है,
ये दिल के बड़ी करीब सी है।
 

हिंदी बोलें तो असभ्य कहलाएँ हम,
अंग्रेजी बोलें तो सभ्य कहलाएँ हम।
कैसी विडम्बना है ये,
अपनी ही भाषा बोलने से
असभ्य कहलाएँ हम।
१९४७ में आजाद हुए हम,
परन्तु अंग्रेजी के गुलाम हुए हम।
 

संविधान में लिखा गया,
१५ वर्ष तक अंग्रेजी होगी राजकाज की भाषा,
तदोपरांत हिंदी होगी हमारी राष्ट्रभाषा।
अपने ही राज्यों ने अपनाने से इंकार किया,
जानते हैं कैसा इकरार किया ?
 

दक्षिण, पूर्व, पश्चिम बोले,
हम क्यों अपनाएँ हिंदी भाषा?
उत्तर की है ये भाषा
वही अपनाएँ इसे अपनी भाषा।
तीनों दिशाओं ने अपनाई,अपनी-अपनी भाषा,
भला कैसे बने हिंदी मेरी राष्ट्रभाषा?

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