भारतवर्ष  guddu singh kundan

भारतवर्ष

guddu singh kundan

कई भाषाओं का संगम यहाँ,
ऐसा भारतवर्ष हमारा है,
ऋषि-मुनी की यह पावन धरती,
जहाँ राम और कृष्ण का बचपन बीता है।
 

रंग-रूप का कोई भेद नहीं,
हर पुष्प से सुगंध बिखरी है,
गंगा का स्वच्छ निर्मल जल पी कर,
कुँवर सिंह ने फिरंगियों को धूल चटाया है।
 

दूर कहीं बैलों की घंटी,
खेतों में सरसों की खुशबू,
खुली हवा की बात ही अलग है,
सबसे अलग यह भारत वर्ष है।

अपने विचार साझा करें




0
ने पसंद किया
1104
बार देखा गया

पसंद करें

  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com