करवा चौथ Premlata tripathi
करवा चौथ
Premlata tripathi◆◆ करवा चौथ की शुभकामनाएँ ◆◆
धरती से अंबर सरसाये, हर विरह मान जीवन,
दीप हृदय में जला लिया अब, रोम-रोम हो पावन।
करती सोलह शृँगार सजन, है यह साक्षी प्यारा,
चौथ चंद्रमा करे सुहागन, धरती का मन आँगन।
तुम्हें याद करेगा जग सदा, बाँध प्रीति की डोरी,
रजत चंद्रिका तन मन मोहे, मान करूँ कर जोरी।
बीते पल यह फिर-फिर आये, प्यारा तुमसे नाता,
प्रीतम माथे सजकर सोहे, बनकर चंदन खोरी।