नई शुरुआत Vrushali Sarwate
नई शुरुआत
Vrushali Sarwateफिर वही शुरूआत, वही दौड़-भाग,
शून्य से अनंत तक का प्रवास,
एक कोने में छुपा हुआ वो अहसास।
जीने की नई-नई शैलियाँ,
मौज-मस्ती की वो पद्धतियाँ,
अपनों संग बाँटी सारी खुशीयाँ,
बदलते क्षण का हो रहा आस्वादन,
आते हुए समय का हृदय से करें हम अभिवादन।
फिर वही शुरूआत, वही दौड़-भाग,
शून्य से अनंत तक का प्रवास,
एक कोने मे छुपा हुआ वो अहसास।
अपरिचित पथ की उथल-पुथल में,
करके निश्चय हम बढ़ें डगर में,
साहस से हों परिपूर्ण सदा,
उत्साह से हों हम भरे सर्वदा,
खिल जाएगा वो नव तारा नभ में,
जो फैलाएगा उज्जवल प्रकाश मन में।
फिर वही शुरूआत, वही दौड़-भाग,
शून्य से अनंत तक का प्रवास,
एक कोने मे छुपा हुआ वो अहसास।