मैं कश्ती कागज़ की Sanam Ami
मैं कश्ती कागज़ की
Sanam Amiमैं कश्ती कागज़ की, तू गहरा समंदर है,
एक तेरे साथ बह जाना, मेरी मर्जी के अंदर है।
मैं फूलों की महक हूँ, तू हवा का बवंडर है,
एक तेरे साथ उड़ जाना, मेरे बस के अंदर है।
मैं बहका एक राही हूँ, तू सनम का मुक़द्दर है,
बस एक तेरी राह पर चलना, मेरे नसीब के अंदर है।
मैं बारिश की बूँद हूँ, तू मेरा ही है,
एक तुझमे से होकर गिरना, मेरी चाहत के अंदर है।
मैं तारों की चादर हूँ, तू चाँद बहुत ही सुन्दर है,
एक तेरे साथ रौशन रहना, मेरे ख्वाब के अंदर है।
मैं कश्ती कागज़ की, तू गहरा समंदर है,
एक तेरे साथ बह जाना, मेरी मर्जी के अंदर है।