ये ज़िन्दगी Sukhbir Singh Alagh
ये ज़िन्दगी
Sukhbir Singh Alaghपानी के रंग जैसी है ये ज़िन्दगी,
इसे जैसे बनाओगे वैसे ही बन जाएगी।
अगर इरादे मजबूत हों तो
आसमान भी छूना मुश्किल नहीं,
अगर हम ही कमजोर हों तो
ये ज़िन्दगी भी हार मान जाएगी,
पानी के रंग जैसी है ये ज़िन्दगी,
इसे जैसे बनाओगे वैसे ही बन जाएगी।
किस्मत पे यकीन करना तू छोड़ दे,
बस अपने कर्म करने पर जोर दे,
हर एक पल बड़ा कीमती है दोस्त,
बीती घड़ी दोबारा हाथ नहीं आएगी,
पानी के रंग जैसी है ये ज़िन्दगी,
इसे जैसे बनाओगे वैसे ही बन जाएगी।
हाथ की लकीरों को देखने से कुछ नहीं होगा,
दुनिया में वो लोग भी होते हैं जिनके हाथ नहीं होते,
चलते रहो अपने मुकाम की ओर
सफलता एक दिन जरूर हाथ आएगी,
पानी के रंग जैसी है ये ज़िन्दगी,
इसे जैसे बनाओगे वैसे ही बन जाएगी।