तुम्हें कुछ बताना है...  Dharmender Jangra

तुम्हें कुछ बताना है...

Dharmender Jangra

बहुत कुछ कहना है
बहुत कुछ दिखाना है,
क्या कहती हैं आँखे तुम्हारी
तुम मिलो तो सही...तुम्हें कुछ बताना है।
 

उस हँसी के बारे में
उन उलझी जुल्फों के बारे में,
उस गुलाबी रंग के बारे में
तुम मिलो तो सही...तुम्हें कुछ बताना है।
 

उन तन्हाईयों के बारे में
उन सुनाई देती धड़कनों के बारे में,
उन गर्म साँसों के बारे में
तुम मिलो तो सही...तुम्हें कुछ बताना है।
 

उन तन्हा रातों के बारे में
उन ख़्वाबों के बारे में,
उन आती-जाती यादों के बारे में
तुम मिलो तो सही...तुम्हें कुछ बताना है।
 

रास्तों पर तेरे पैरों के निशाँ के बारे में
तेरी बातों पर हँसी के बारे में,
तुम्हारी खुशबू के हवा में होने के बारे में
तुम मिलो तो सही...तुम्हें कुछ बताना है।

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