एक ख्वाहिश  Anjali Anjali Yadav

एक ख्वाहिश

Anjali Anjali Yadav

महसूस करूँ तेरे दर्द को
तेरे दर्द में खो जाऊँ मैं,
भुला दूँ सारा अपना दर्द,
अपने को तुझमें पाऊँ मैं।
 

तुझे तुझसे दूर न जाने दूँ,
तेरे पास अपने दर्द को न भटकाऊँ मैं,
आकर तेरे ख्वाबों की दुनिया में,
कुछ इस तरह सजाऊँ मैं।
 

महसूस करा दूँ
सारे जहाँ की ख़ुशी मैं,
जब तुझे सीने से लगाऊँ मैं
महसूस करूँ तेरे दर्द को,
तेरे दर्द में खो जाऊँ मैं।
 

बिछड़े पर दूरी का अहसास न हो,
ऐसा वो बंधन बाँध जाऊँ मैं,
जब तू बैठा हो सूनेपन में,
उड़ती हवा में तितली बन जाऊँ मैं।
 

तेरे सूनेपन की तन्हाई को
पल भर में दूर भगाऊँ मैं,
महसूस करूँ तेरे दर्द को
तेरे दर्द में खो जाऊँ मैं।
 

बिताए तेरे साथ पलों को
मुट्ठी में कर जाऊँ मैं,
अगर मौत भी आ जाए मेरी,
उस मुट्ठी को सीने से लगाकर जाऊँ मैं,
सीने से लगाकर जाऊँ मैं।

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