काव्यशाला - श्रृंगार रस की कविताएं

हिंदी साहित्य के श्रृंगार रस की कालजयी कविताओं का संकलन





मैं हूँ प्रेम रोगी

संतोषानन्द

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1608  0

अधखुली कँचुकी उरोज अध आधे खुले

पद्माकर

शृंगार रस | रीतिकाल

 1869  0

चितवौ जी मोरी ओर

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1542  0

गाहि सरोवर सौरभ लै

महाकवि बिहारीलाल

शृंगार रस | रीतिकाल

 1207  0

मैं नहीं आया तुम्हारे द्वार

शिवमंगल सिंह 'सुमन'

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1651  0

थोरी-थोरी बैस की अहीरन की छोरी संग

जगन्नाथदास 'रत्नाकर'

शृंगार रस | रीतिकाल

 1322  0

चहचही चुभकैँ चुभी हैँ चौँक

पद्माकर

शृंगार रस | रीतिकाल

 1273  0

बरवै नायिका-भेद

रहीम

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1431  0

मेरा सजल मुख देख लेते

महादेवी वर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1541  0

आय मिलौ मोहि

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1413  0

पायो जी म्हें तो राम रतन धन पायो

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1749  0

मन रे पासि हरि के चरन

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1348  0

अजब था उसकी दिलज़ारी का अन्दाज़ 

जॉन एलिया

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1497  0

गोकुल की गैल, गैल गैल ग्वालिन की

जगन्नाथदास 'रत्नाकर'

शृंगार रस | रीतिकाल

 1287  0

तारे चमके, तुम भी चमको

गोपाल सिंह नेपाली

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1436  0

खेलत फाग दुहूँ तिय कौ

महाकवि बिहारीलाल

शृंगार रस | रीतिकाल

 1125  0

रोज़ ख़्वाबों में आ के चल दूँगा

आलोक श्रीवास्तव

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1232  0

वेला हुई संवत्सरा

सोम ठाकुर

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1081  0

सौंह कियें ढरकौहे से नैन

महाकवि बिहारीलाल

शृंगार रस | रीतिकाल

 1136  0

रात आधी खींच कर मेरी हथेली

हरिवंश राय बच्चन

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1599  0

आई बरसाने ते बुलाय वृषभानु सुता

देव

शृंगार रस | रीतिकाल

 1167  0

ब्रज के लता पता मोहिं कीजै

भारतेंदु हरिश्चंद्र

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1052  0

लाजनि लपेटि चितवनि

घनानंद

शृंगार रस | रीतिकाल

 1179  0

लौ लगाती गीत गाती

नरेन्द्र शर्मा

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1196  0

तोसों लाग्यो नेह रे प्यारे

मीराबाई

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1338  0

नारी गही बैद सोऊ बेनि गो अनारी सखि

गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1021  0

नेह के सन्दर्भ बौने हो गए होंगे मगर

कुमार विश्वास

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1342  0

कौन धौं सीखि ’रहीम’ इहाँ

रहीम

शृंगार रस | भक्तिकाल

 1248  0

तू पढ़ती है मेरी पुस्तक

गोपाल सिंह नेपाली

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1566  0

रूप तुम्हारा

सोम ठाकुर

शृंगार रस | आधुनिक काल

 1571  0



  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com