लेखक परिचय | आशीष दलाल
जन्म
१५ मई १९७८ (ग्वालियर – म.प्र.)
शिक्षा
स्नातक (बी एस सी) – शासकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय – खरगोन (म.प्र.)
विधाएँ
लघुकथा, कहानी, संस्मरण, लेख
प्रकाशित पुस्तक
‘उसके हिस्से का प्यार’ (कहानी संग्रह)
आत्मकथ्य
संवेदना जब शब्द का रूप लेती है तो एक श्रेष्ठ रचना का जन्म होता है ।
प्रकाशित रचनाएँ
लगभग १०० से अधिक – नईदुनिया, नवभारत, दैनिक भास्कर, सुमन सौरभ, शुभ तारिका, नारी अस्मिता, बालहंस, विवेकवाणी, चकमक, जगमग दीपज्योति आदि ।
लेखक के विचार
कहानियों के माध्यम से केवल मनोरंजन परोसना ही मेरे लेखन का उद्देश्य नहीं है। शब्दों के माध्यम से समाज में सकारात्मक सोच का फैलाव हो और सम्बन्धों को हम सही मायनों में जी सकें, इसी उद्देश्य को लेकर मेरी लेखनी चलती है। सम्बन्ध यानि सम–बंधन । हर एक रिश्ते में एक बन्धन होता है, उसकी मर्यादा होती है और जो इसे भली प्रकार से समझ जाता है उसे रिश्तों में बन्धन होने के बावजूद बन्धन महसूस नहीं होता।
जिन्दगी से जुड़े सारे सम्बन्ध मुझे सदा आकर्षित करते रहे हैं और मेरी कहानियों के लिए मेरा मनपसन्द विषय भी रहे हैं। जवानी जाकर कभी आती नहीं और बुढ़ापा आकर कभी जाता नहीं, पर जिन्दगी के इन दोनों पड़ावों में प्यार, खुशी और उत्साह के साथ एक तरह का रोमांच और एक मीठा दर्द भी समाया होता है। प्यार के साथ दर्द होने से ही प्रेम की गहराई पता चलती है। इस प्यार की व्याख्या हर एक इन्सान के जीवन में अलग ही होती है। युवा धड़कन के लिए प्यार में सेक्स समाहित हो सकता है पर सेक्स प्यार का पर्याय कतई नहीं हो सकता। प्यार एक अहसास है पर इस अहसास को पाने के लिए प्यार करना जरूरी है।
भावनात्मक कहानियाँ मेरी पहली पसंद हैं। जीवन से जुड़ी छोटी से छोटी घटना मेरी कहानी का विषय हो सकती है।