सागरिका काव्य संकलन
काव्य संकलन के विषय में
"सागरिका" मातृभाषा परिवार के युगमंच रचनाकारों का पाँचवा साझा काव्य संकलन है। एक रचनाकार जब अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोकर काव्य रूप में पाठकों के समक्ष रखता है तो उसका प्रभाव सिर्फ पाठक मन पर ही नहीं अपितु उसकी अंतरात्मा पर भी पड़ता है और पाठक कविता के एक-एक शब्द से स्वयं को जोड़कर देख पाता है, मानो वह शब्द स्वयं पाठक की अंतरात्मा से जन्मे हों। प्रस्तुत काव्य संकलन की रचनाएँ भी एक पाठक की अंतरात्मा की आवाज़ हैं जो इस संकलन में संकलित रचनाकारों की कविताओं में ध्वनित हो रही है। हमें विश्वास है कि आप इन रचनाओं से जुड़ेंगे और हिंदी के प्रचार-प्रसार की इस यात्रा में मातृभाषा परिवार को अपना समर्थन देंगे।
काव्य संकलन के कवि
अनिल मिश्र
देवेन्द्र प्रताप वर्मा
रीना गुप्ता
बी शेषाद्री
डॉ. अविनशा शर्मा
राकेश कुशवाहा
योगेंद्र सिंह चौहान
अमन कुमार सिंह
गीतिका सक्सेना
चंद्रेश प्रज्ञा वर्मा
शिवम् पराशर
प्रथम भाला
पुनीत कुमार
ओम प्रकाश
डॉ. विभव सक्सेना
दीक्षा द्विवेदी
डॉ. सीमा सिंह
अनुपमा ठाकुर
लक्ष्मी अग्रवाल
राहुल महर्षि
डॉ. अरुण कुमार शास्त्री
अनुराग जायसवाल
नरेंद्र कुमार वर्मा

