मंजुल काव्य संकलन
काव्य संकलन के विषय में
“मंजुल” मातृभाषा परिवार के युगमंच रचनाकारों का साझा काव्य-संग्रह होने के साथ-साथ सभी मानवीय भावों की काव्यात्मक अभिव्यक्ति का संग्रह भी है। मंजुल अन्य काव्य-संग्रहों से कुछ मायनों में बिल्कुल ही अनूठा है जैसे कि मंजुल के लगभग सभी साझेदार सदस्य आपस में एक दूसरे से अपरिचित हैं और उनके आपसी परिचय का एकमात्र स्रोत उनकी कविताएँ ही हैं। ये अपने आप में कितना सुखद है कि दो कवि एक दूसरे को केवल कविताओं के माध्यम से जानते हैं लेकिन पाठकों के समक्ष एक ही साथ पहुँचते हैं। इस संकलन में ज़्यादातर रचनाकारों के लेखन को शायद पहली बार ही एक पुस्तक की शक्ल मिली है, जो उनके लिए एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुँचने में एक सुगम मार्ग सिद्ध हो सकता है। मंजुल हिंदी साहित्य के महाकोष को समृद्ध करने का एक प्रयास है और इस बात की सुनिश्चितता भी है कि हिंदी कविता का भविष्य नई कलम के साथ भी उज्जवल है।
आर्डर नेटवर्क
काव्य संकलन के कवि
Devendra Pratap Verma
Archit Shamra
Deeksha Dwivedi
Aditi Sharma
Arun Mishra
Mohanjeet Kukreja
Vikas Upmanyu
Vinay Kushwaha
Tilak Raj Saxena
Abhishek Gupta
Anupama Thakur
Rahul Maharshi
Rajendra Kumar Chauhan
Ratna Pandey
Subrat Sengupta
Vivek Roushan
Bijendra Dalpati
Salil Saroj
Shubham Kala
Prem Kumar Kuldeep
Praveen Kumar
Vishal Srivastava