बाने फहराने घहराने घंटा गजन के भूषण
बाने फहराने घहराने घंटा गजन के
भूषण | वीर रस | रीतिकालबाने फहराने घहराने घंटा गजन के,
नाहीं ठहराने राव राने देस-देस के.
नग भहराने ग्राम नगर पराने सुनि,
बाजत निशने सिवराज जू नरेस के.
हाथिन के हौदा उकसाने ,कुम्भ कुंजर के,
भौन को भजाने अलि छूटे लट केस के.
दल को दरारेन ते कमठ करारे फूटे,
कर के से पात बिहराने फन सेस के.
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परिचय
"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।
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