सपने
सपने जीवन का दर्पण होतें हैं,
हर वक्त नहीं हर बार नहीं
पर ये पूरे होते हैं।
कभी जीवन की सच्चाई,
तो कभी बुराई दर्शाते हैं
सपने सिर्फ बंद आँखों में नहीं,
खुली आँखों में भी आते हैं।
सपने देखना भी हर किसी के बस की बात नहीं,
सिर्फ सपनों में ही जीना कोई अच्छी बात नहीं।
जो सच करना चाहते हैं इन्हें,
वो सपनों के सौदागर कहलाते हैं,
जो देखकर ही मन भर लें,
वो कायर कहलाए जाते हैं।
सपने हमारे जीवन में आशा का दीपक होतें हैं,
जो जल कर बुझते नहीं, हमेशा हमारी दुनिया रोशन करते हैं।