मेरी अभिलाषा
पुष्पों से मुस्कान लूँ,
जीवन के हर पल में मुस्कराऊँ,
पंक्षियो से उड़ान लूँ,
जीवन को सफल बनाऊँ ।
तारों से प्रकाश लूँ,
जीवन को प्रकाशमय बनाऊँ,
उपवन से सुवास लूँ,
जीवन को सुगंधमय बनाऊँ ।
पर्वत से ऊँचाई लूँ,
जीवन को नयी ऊँचाई पर पहुचाऊँ,
सागर से गहराई लूँ,
ज्ञान को गहराई तक पहुचाऊँ ।
वादियों से प्यार लूँ,
जीवन को हसीन बनाऊँ,
प्रकृति से श्रृंगार लूँ,
जीवन को रंगीन बनाऊँ ।
सागर से मोती लूँ,
जीवन के हर ख्वाब सजाऊँ,
दरिया जैसा दिल लूँ,
जीवन के हर अरमान संजोऊँ ।
नदी से संघर्ष सीखूं,
सफलता का नया अध्याय लिखूं,
फूलों से बलिदान सीखूं,
देश प्रेम के लिए बिछ जाऊँ ।
पुष्पों से मुस्कान लूँ,
जीवन के हर पल में मुस्कराऊँ,
पंक्षियो से उड़ान लूँ,
जीवन को सफल बनाऊँ ।