ईश्वर ने कहा

ईश्वर ने कहा
यूं तो लाखों रास्ते है मुझ तक पहुचने के,
कोई मंदिर , मस्जिद , चर्च के रास्ते आना चाहता है
कोई गीता , क़ुरान , बाइबल में मेरा सुराग ढूढता है
कोई दानपेटिओं का शॉर्ट कट ढूढता है
कोई दौलत की सीढ़ी से मुझतक आना चाहता है
कोई चुनरी , चादर , फूल चढाकर ढूढता है
कोई बिना कोई रूल बनाकर ढूढता है,
कोई पचहतर तरह के उसूल बनाकर ढूढता है
कोई मीरा का मार्ग पकड़ता है
कोई रबिया की राह चुनता है
कोई प्रह्लाद की तरह घर से निकाला जाता है
कोई सिधार्थ की तरह , महल छोड़ जाता है
कोई जीसस की तरह सलीब पे चढ़ कर ढूढता है
कोई साई की तरह एक मालिक कह कर ढूढता है
कोई गाँधी की तरह मुझे सत्याग्रह में ढूढता है
कोई ज्योतिष की तरह मुझे ग्रह नक्षत्र में ढूढता है
कोई भगत , सुभाष की तरह मुझे राष्ट्रवाद कहता है
कोई खैय्याम , बच्चन की तरह मुझे हालावाद कहता है
कोई ग़ालिब की तरह ग़ज़ल-ओ-जाम -ए- मीना में ढूढता है
कोई मजनू की तरह मुझे इश्क़-ए- महबूबी कहता है
कोई कबीर की तरह मुझे हर घट में ढूढता है
कोई सुर की तरह राधा की घूंघट में ढूढता है
कोई शबरी बन बेर के बहाने पहुचती है
कोई पत्थर बन अहिल्या का सौभाग्य पाती है
कोई भक्ति में डूबकर मेरी गोताखोरी करता है
कोई ज्ञान की तीसरी आंख से मेरी जासूसी करता है
कोई प्रेम का हृदय दिखाकर ,मुझे दाने डालता है
कोई राजयोग की से मुझे साधना चाहता है
कोई मुझ तक पहुंचे गुरु से अपनी सिफारिश कराता है
कोई कंबल बॅटवाता है , कोई लंगर चलाता है
कोई रोता है मेरी याद में . कोई उत्सव मनाता है
कोई तंत्र, मंत्र , यंत्र की सुरंग खोदता है
कोई प्राणायाम वाली श्वास से मुझे खीचता है
कोई तानसेन , मोज़ार्ट की तरह सरगम में ढूढता है
कोई लियनार्दो , अंजेलो के पानी वाले रंग में ढूढता है
कोई टेरेसा कोई आप्टे बनकर मुझे कुष्टरोगिओं में ढूढता है
कोई श्वास के रास्ते , कोई विश्वाश के रास्ते
कोई काबा के रास्ते , कोई कैलाश के रास्ते
कोई सगुण की कल्पनाओं के रास्ते
कोई निर्गुण के शून्य आकाश के रास्ते
हर रास्ता मुझ तक ही पहुचता है
कोई जल्दी , कोई बिलंब से
कोई एक जनम में ही
कोई लाख जनम की गलियाँ होते होते
…..मगर मैं बताता हूँ सबसे छोटा रास्ता
पूजा , सज्दा , प्रेयर , प्रार्थना से भी कारगर
वो यह कि हर इंसान इसलिये बनाया इंसान से प्यार कर
जिस इंसान के हृदय में दया , क्षमा , मैत्री , समभाव होता है
उसे मुझे ढूढ़ने की जरूरत नहीं
मैं उस तक पहुचता हूँ
मेरा उससे पिता और पुत्र सा लगाव होता है

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