जुगनू
जुगनुओं को ढूंढने, चिराग ले आए हैं ,
अंधेरों से सुलह करनी थी आग ले आए हैं।
जिद थी उनकी हर दौड़ में जीतने की,
मेरे पैरो के मुकाबले वो घुङसाल ले आए हैं।
जंगजूँ सिपाही शायद कम रहे होंगे,
जो जैसे मिला हाल - बेहाल ले आए हैं।
बहुत से लोग जख्मी थे वहां और चंद रोने वाले थे ,
वो मरहम लाना तो भूल गए पर रुमाल ले आए हैं।
बड़ी मुश्किल से सम्हाला था, आज को कल पे टाला था,
ये पिछड़े लोग फिर पुरानी डायरी, पुराना साल ले आए हैं।