वो तू ही तो था
हां टूटा है तू
हां बिखरा भी है
हां ख़ामोश रहते हुए
तू चीखा भी है
पर सच सच बता
जब सब खो था रहा
तूने खुदके सिवा
किसको पाया खड़ा
किसने पोछे तेरे
आसूं चेहरे से
किसने डर को तेरे
दिया डरा के भगा
वो तू ही तो था
वो तू ही तो था
जिसने हर पल तुझे
संभाले रखा
तेरे अपने भी जब
पराए हुए
तेरे दोस्तो ने तुझे तन्हा जब किया
किसने थामा था दिल तेरा ये बता
वो तू ही तो था
वो तू ही तो था
वो मोहब्बत जो तुझको
रुसवा कर गई
वो कसमे जो भरोसा छलनी कर गई
किसने दर्द को तेरे हसीं में उड़ाया नहीं
जब सारी दुनिया तुझपर हंसती रही
वो तू ही तो था
वो तू ही तो था
वो तू ही था जो तेरा सहारा बना
जिसने समझा तुझे जब कोई समझ ना सका
किसी के खातिर ना सही खुदके खातिर ही जी
ज़िन्दगी को फिर गले से लगा
बहुत रोया है तू अब खुश हो जा ज़रा
अपनी मोहब्बत के खुदको काबिल बना
जो हमेशा से तेरी दोस्ती को तरसा
तूने औरो के लिए जिसे भुला था दिया
वो तू ही तो था
वो तू ही तो था
माफ़ करदे उन्हें
जो अब तेरे नहीं
अपना ले उन्हें
जो तेरे हमेशा से थे
बड़ी छोटी सी है
सबकी ज़िन्दगी
नफ़रत करके ये अब
गवानी नहीं
वो जिससे तू नाराज़ था
खबर पर तुझे थी नहीं
वो जिसे ढूंढ रहा था
तू औरो में कहीं
वो जिसको कदर हकीकत में
तेरी थी नहीं
वो तू ही तो था
जिसको तूने देखा नहीं
वो तू ही तो था
जो तुझमें गुम है कहीं
हां वो तू तो ही था
वो तू ही तो था