शोर की हर खामोशी का आदी हूं मैं , अंधेरी रात का अकेला फरियादी हूं मैं।। (शुभम् अमर पाण्डेय)
कृष्ण-अर्जुन संवाद
1280 1
कविता
1128 1
बचपन
1132 1
पीर
1085 1
समाज
1113 0
शब्द
1082 2
सावन
1089 0
लोकतंत्र का आधार
1099 0
माधव तुम्हें ही आना होगा
1044 0
वो नन्ही गुड़िया
1261 0
नैना
1041 0
मुहब्बत
1141 1
तुम क्यों उलझे-उलझे रहते हो
1152 0
प्रार्थना
1193 0
प्रेम
1084 0
कलम की संवेदना
1015 0
रहम करो भगवान
1215 0
आत्मचिंतन
721 0
एसिड अटैक
896 0
मेरे जज़्बात
718 0
शहीद
708 0
अंतर्मन से अन्तर्द्वन्द
840 0
बिटिया की चिट्ठी
1078 0
मेरी याद
910 0
प्यार की नोंक - झोंक
794 0
वर्तमान राजनीति
622 0
प्रेम की परिभाषा
779 0
अपना नववर्ष मनाएँगे
824 0