प्रश्नचिह्न  Shubham Amar Pandey

प्रश्नचिह्न

Shubham Amar Pandey

जानता हूँ ये उमर है, श्रृंगार, प्रेम और गीत की
जानता हूँ ये उमर है, प्रीति, रीति, मनमीत की
तो चाहते हो तुम कि मैं भी प्यार का इक गीत गाऊँ,
किसी रूपसी प्रेयसी को मैं भी चांद की उपमा बताऊँ,
रक्त का कुंकुम लगाए जो मिला इतिहास हमको
छोड़कर वसुधा का गौरव, क्या मैं सौन्दर्य बोध गाऊँ?

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