हिंदी हमारी शान Aasim Kalimullah
हिंदी हमारी शान
Aasim Kalimullahआकर खड़ा किस मोड़ पर ये आज हिंदुस्तान है ,
हिंदी तो गए सब भूल अौर याद विदेशी जुबान है |
है गुज़ारिश करो आबाद इसे वरना अनर्थ हो जाएगा,
क्योंकि हिंदी से है वजूद इस देश का वरना ये शमशान हैै|
हिंदी के प्रति हर दिल मे सम्मान जगाना होगा ,
जो भूल गए वतन को उन्हे ये याद दिलाना होगा |
कि हिंदी ही है हम लोगों की एकता का प्रतीक,
ये झुक रहा धीरे-धीरे इसे मिल के उठाना होगा |