नव वर्ष Vimal Kant Pandey
नव वर्ष
Vimal Kant Pandeyआओ स्वागत करें
नव वर्ष का बाहें फैला कर
कटुता, द्वेष, घृणा मिटा कर
जो छूट गए, जो रूठ गए
उनको गले लगा कर
उनको मना कर
आओ स्वागत करें नव वर्ष का
कुछ उनकी सुनकर
कुछ अपनी सुनाकर
आओ संकल्प करें
प्रेम बाटेंगे हम
रखेंगे भाईचारा
हम सुधरेंगे
सुधरेगा तभी तो
घर, समाज, देश हमारा
आओ संकल्प करें
अब ना कोई बच्चा
भूख से रोएगा
हर सर पे होगी छत
कोई सड़को पे ना
चीथड़े लपेट के सोएगा
बेरंग ना होगी
इस वर्ष होली किसी की
ना जलेगी
दहेज़ के लिए
डोली किसी की
दीप जलेंगे
हर घर में
अंधेरी ना होगी
दिवाली किसी की
आओ स्वागत करें
नव वर्ष का बाहें फैला कर...