तेरे जाने के बाद रोशन "अनुनाद"
तेरे जाने के बाद
रोशन "अनुनाद"नींद से भरी आँखे,
सो नहीं पाता हूँ,
भीगी-भीगी पलकें,
रो नहीं पाता हूँ,
ऐसा होता है अक्सर
तेरे जाने के बाद।
भर आता है गला,
आवाज़ कैसे दूं,
कटे हुए पंखों को,
परवाज़ कैसे दूं,
गिर जाता हूँ अक्सर
तेरे जाने के बाद।
तन्हाई में फिर भी
तू साथ होती है,
भीड़ में तन्हाई, पर
दिन रात होती है,
सिहर जाता हूँ अक्सर,
तेरे जाने के बाद।
हर बात पर तल्खी,
अब हर बात पर गुस्सा,
सँभालने वाला कोई
न रहा तुझसा,
बिखर सा गया हूँ,
तेरे जाने के बाद।
तेरे बिन ज़िंदा हूँ,
बहुत शर्मिंदा हूँ,
सांस चलती है पर
बेजान परिंदा हूँ,
भूल जाता हूँ ये अक्सर
तेरे जाने के बाद।
कभी लौट आना
गर दिल करे तो,
हमें ढूंढ़ लेना
कोई महफ़िल भरे तो,
हम निकलते हैं अक्सर
तेरे जाने के बाद।