तुम्हारा साथ रोशन "अनुनाद"
तुम्हारा साथ
रोशन "अनुनाद"तुम्हारा साथ,
लू भरी दुपहरी,
नंगे पैर,रेतीली धरती,
अचानक जैसे,
झमाझम बरसात।
तुम्हारा साथ,
घना, बियाबान,
रात का घुप्प अँधेरा,
अचानक फैलती रौशनी,
अल सुबह,
ख़त्म होती रात।
तुम्हारा साथ,
लंबा रास्ता,
साथ में कई लोग,
सब अंजान,
अचानक एक मोड़ पर,
कोई अपना,सुकून,
प्यारी मनभावन बात।
तुम्हारा साथ,
हर कोई,
अपनी आवश्यकता के लिए,
कभी निकट कभी दूर,
कभी स्नेही, कभी मग़रूर,
अचानक कोई, पूर्ण समर्पित,
अकारण,निस्वार्थ।
तुम्हारा साथ,
चाहे कैसे हों हालात,
दिन-रात,
उसके जज़्बात,
हाथों में हाथ,
आजीवन,
जैसे शुभ, सुप्रभात।