भारत माँ की पुकार Navneet Pandey
भारत माँ की पुकार
Navneet Pandeyदे रही आवाज है माँ भारती
पुकार रही तुमको ऐ महारथी
रण में तू ही पार्थ तू ही सारथी
कर रही उद्घोष ये माँ भारती
मन की याचना का न मनन करो
माँ के दुश्मनो का तुम दमन करो
या कि रण में खुद के प्राण त्याग दो
वंदे मातरम का तुम नमन करो
ना मिटेगा माँ के भाल का तिलक
भारती का मान होगा हर फलक
सरे जग में भव्य होगी भारती
विश्व भी उतारता हो आरती
तुम हो कर्णधार भारत वर्ष के
कह रहा अवाम सारा हर्ष से
तुमको ही बचानी आज लाज है
भारती को तुझपे ही तो नाज़ है
तू भगत ,राजगुरु का अवतार है
आज़ाद के रुधिर की तू ही आग है
माँ के भाल का गौरव है तू
जल पड़ो तुम ये तेरा सौभाग्य है