जय हिन्द-जय हिन्दी शशांक दुबे
जय हिन्द-जय हिन्दी
शशांक दुबेभारत माता की है बिन्दी,
मेरी प्यारी भाषा हिन्दी,
मुझको बड़ा सुहाती है,
हिंदी बहुत लुभाती है।।
मुहावरे,लोकोक्तियाँ,
पद्य की सुन्दर पंक्तियाँ,
रस-छंद,अलंकार से,
सच्चा श्रृंगार पाती है,
हिन्दी बहुत लुभाती है।।
नाटक-एकांकी, निबंध-गद्य,
कथा-कहानी, या हो पद्य,
कल्पनाएँ इस मन की,
तुमसे परवान पाती हैं,
हिन्दी बहुत लुभाती है।।
भारत माता की है बिन्दी
मेरी प्यारी भाषा हिन्दी।
