वो पहला प्यार Ravi Panwar
वो पहला प्यार
Ravi Panwarयाद हैं मुझको, वो पहला प्यार,
मेरे बालों की करवटें, उनका हवा बन जाना,
मेरे दर्द की सलवटें, उनका दवा बन जाना,
हल्का-हल्का, मीठा-मीठा खुमार,
याद है मुझको, वो पहला प्यार।
धड़कनों को धड़कने का सलीका पूछ लो,
दिल था कि बस धड़कता जा रहा,
पलकों को झपकने की फ़ुरसत कहाँ,
देखने में उनको मजा आ रहा,
किस तरह हुई उनसे आँखें चार,
याद है मुझको, वो पहला प्यार।
गुदगुदी सा उसने गुदगुदा दिया,
बिन होठों के मैंने गुनगुना दिया,
उसको पागल ही कहते हैं सब "रवि",
रात दिन बेवजह जो मुस्कुरा दिया,
मत पूछो था ये कितना खट्टा अचार,
याद है मुझको, वो पहला प्यार।
कह दूँ उनसे या कहने को इंतज़ार दूँ,
कैसे शुरुआत को एक आकार दूँ,
ढूँढो मुझको रे मैं कहाँ खो गया,
क्या पता मैं कहाँ लापता हो गया,
धीमा-धीमा सा था, ये इश्के बुखार,
याद है मुझको, वो पहला प्यार।