हिन्दू-मुसलमान Vimal Kant Pandey
हिन्दू-मुसलमान
Vimal Kant Pandeyमैं हिन्दू हूँ,
मेरा लहू केसरिया है।
तु मुस्लिम है,
तेरा लहू हरा है,
ये घृणा का बीज
सत्ता लोभी नेताओं ने
मन मे तेरे भरा है।
रे मूढ़ उठ, जाग,
आंखें खोल,
कर तिलक
लहू से अपने
भारत का भाल,
फिर देख
तेरा भी लहू लाल,
मेरा भी लहू लाल।