जीवन के सात रंग Pratham Bhala
जीवन के सात रंग
Pratham Bhalaकिसी ने कहा खुशी,
किसी ने कहा गम है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जो गम में भी खुशी का अहसास करवा दे,
वो हसीन कल्पना है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा अंधेरा है,
किसी ने कहा प्रकाश है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जो हर रात का अंधेरा मिटा दे,
वो सवेरा है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा सफलता है,
किसी ने कहा असफलता है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जो असफलता में भी सफलता की सीख दे जाए,
वो शिक्षक है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा हँसना है,
किसी ने कहा रोना है ज़िन्दगी,
हमने कहा, खुद रो कर भी जो दूसरों को हँसा दे,
उस तरह जीना है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा दोस्त है,
किसी ने कहा दुश्मन है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जिसकी दुश्मनी में भी दोस्ती का अहसास हो,
वो अनोखा रिश्ता है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा मौत है,
किसी ने कहा जीना है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जो मौत को भी जीना सिखा दे,
वो हसीना है ज़िन्दगी।
किसी ने कहा स्वर्ग है,
किसी ने कहा नर्क है ज़िन्दगी,
हमने कहा, जहाँ स्वर्ग और नर्क दोनों का अहसास हो,
वो बसेरा है ज़िन्दगी।