ज़िन्दगी में एक धोखा ज़रूरी है Atul Mani Tripathi
ज़िन्दगी में एक धोखा ज़रूरी है
Atul Mani Tripathiज़िन्दगी में एक धोखा ज़रूरी है,
किसी का ये नायाब तोहफा ज़रूरी है,
ज़िन्दा रहना तो बच्चों का खेल है अब,
क्योंकि जीने के लिए एक दफ़ा मरना ज़रूरी है।
हाँ कुछ ख़्वाब हमारे ज़रूर टूटते हैं,
आँसू भी आँखों से कुछ यूँ छूटते हैं,
लेकिन इन मोतियों को थामना होता है,
क्योंकि पूरा होने के लिए अधूरा होना ज़रूरी है।
होता है कई बार ऐसा जब आप सूने लगते हैं,
जगमगाते उन जुगनुओं में जब आप स्वयं जलते हैं,
लेकिन जलन के बाद ही पत्थर भगवान होता है,
क्योंकि सवेरा होने के लिए रात होना ज़रूरी है।