मेरा बचपन  Bhanu Pratap Singh Tomar

मेरा बचपन

Bhanu Pratap Singh Tomar

मस्त जवानी के सपनों से,
तो मेरा बचपन अच्छा था,
कोई फरेब ना दिल में था,
हर दोस्त मेरा वो सच्चा था।
 

खुश रहते थे संग खेलते थे,
संग में ही शाम बिताते थे,
बस माँ की गोदी पाने को,
मन ही मन ललचाते थे।

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