उड़ान Arun Mishra
उड़ान
Arun Mishraनए प्रभात की नई किरण है,
नया-नया आलोक नवल है,
नया ज्वलंत अभियान सकल है,
नए परिन्द की अमिट शान,
हाँ मैं ही हूँ अद्भुत उड़ान।
घने अंधेरों मे रंग भर दे,
नन्हे बीजों को कली कर दे,
बंद परिंदों को आज़ाद कर दे,
खुशबू के ठिकाने को बाँहो मे भर दे,
ऐसा है यह अटल ज्ञान,
हाँ मैं ही हूँ अद्भुत उड़ान।