कर्मवीर  Anupama Ravindra Singh Thakur

कर्मवीर

Anupama Ravindra Singh Thakur

हे! पथिक जीवन की
इस क्लिष्ट राह पर
निर्भय हो
निरंतर आगे बढ,
सुख की अभिलाषा ना कर,
कर्तव्यनिष्ठ बन,
संकटों की परवाह ना कर।
 

विषम परिस्थितियाँ आएँगी
तुझे बेचैन कर जाएँगी,
खूब आँसू रुलाएगी,
अपनों दूर कर जाएगी।
समय ही बलवान है
यह एहसास दिलाएगी,
तब केवल हिम्मत ही काम आएगी,
ऐसे में भी जो मुस्कुराएगा,
वही कर्मवीर कहलाएगा।
 

संकटों के इस बवंडर में
जो पतवार संभाल पाएगा,
तूफानी लहरों के आगे
जो चट्टान बन खड़ा हो जाएगा,
सफलता उसके पग पखारेगी
सृष्टि नतमस्तक हो जाएगी,
निरभिमान रह जो
जननी की सेवा में कर्मरत रहेगा,
वही कर्मवीर कहलाएगा।
 

जो भाग्यवादी बन
कर्महीन हो जाएगा,
भाग्य के भरोसे छोड़ सब
धर्म से विरत हो जाएगा,
वह समाज के लिए
केवल बोझ बन जाएगा,
निरर्थक है उसका जीवन
यह समय उसे बतलाएगा।
चींटी सा परिश्रम कर
बाज सा हौसला धर,
आसमान से ऊपर
जो उड़ान भर पाएगा,
वही कर्मवीर कहलाएगा।

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