फौज guddu singh kundan
फौज
guddu singh kundanवक्त आ चला है दम दिखाने का,
दुश्मनों को खाक में मिलाने का,
हम आज़ाद हिंदुस्तान की वो फौज हैं,
कारगिल युद्ध ही हमारा परिचय है।
हो जाओगे इतिहास के पन्नों में तब्दील,
सुधर जाओ ऐ आंतक के नुमाइंदों,
हमारी फौज की नज़र है तुम पर,
कहीं स्याही न बन जाओ कागज पर तुम।
इतिहास हमेशा दोहराता है,
हिंदुस्तान ने फिर तुम्हें तुम्हारी औकात याद दिलाई है,
पुलवामा हमले को याद करके,
रक्त में ज्वार आज भी बढ़ जाता है।
देश आज भी रो रहा है उनकी शहादत पर,
वक्त गुज़र रहा है मगर जख्म आज भी ताजा हैं हमारे सीने पर,
हर एक खून का बदला तुम्हें चुकाना होगा,
अपनों को खोने का गम तुम्हें भी महसूस करना होगा।