हर काम को विशेष करो  Vinay Kumar Kushwaha

हर काम को विशेष करो

Vinay Kumar Kushwaha

मत बैठो बेकार यूँ ही
किसी काम का श्रीगणेश करो,
कोई काम न होता छोटा
हर काम को विशेष करो।
 

शुरुआत में होती है सबको
छोटी-छोटी कुछ अड़चन,
हटो न तुम जरा भी पीछे
डटे रहो तुम हर एक क्षण।
 

है तुझमें असीम योग्यता
खुद को तुम आदेश करो,
कोई काम न होता छोटा
हर काम को विशेष करो।
 

तन, मन, धन सब कुछ लगा दो
मंज़िल को अपने पाने में,
मत अफसोस करो तनिक भी
गर गलती हो अनजाने में।
 

जग में तेरा नाम हो जाए
कुछ मिसाल ऐसी पेश करो,
कोई काम न होता छोटा
हर काम को विशेष करो।
 

अपनी लगन और मेहनत से तुम
निशि दिन आगे बढ़ते जाओ,
शोहरत की बुलन्दियों पर
पल-पल ऊपर चढ़ते जाओ।
 

सफलता के स्वर्णिम चमन में
तुम भी अब प्रवेश करो,
कोई काम न होता छोटा
हर काम को विशेष करो।

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