माँ भारती पुकारती SANTOSH GUPTA
माँ भारती पुकारती
SANTOSH GUPTAमाँ भारती पुकारती, सुपुत्र तू वीर है,
हौसले बुलंद तुझमें, शूर तू धीर है।
यहाँ हर जवान तो भगत है, सुखदेव है,
राम की ये भूमि, गंग की नीर है।
कृष्ण की प्रीत है, कौटिल्य की नीति है,
अशोक की ग्लानि है, शौर्य की कहानी है।
सामना, सामने से करती हर जवानी है,
लाल रंग से सनी ज़मीं, कहती हर कुर्बानी है।
यहा तो हर जवान का युद्ध एक खेल है,
नेहरु, तिलक, गाँधी, सुभाष और पटेल है।
यहाँ हर शाम को, संग आरती-अज़ान है,
विज्ञान का ज्ञान है, रमन है, कलाम है।
आज़ाद है, आबाद है, हिंद पर नाज है,
हिन्दोस्ताँ हमारी भावना, यकीन है, जमीर है,
माँ भारती पुकारती, सुपुत्र तू वीर है।