फुटपाथ पर बच्चे बैठते क्यों हैं? VIVEK ROUSHAN
फुटपाथ पर बच्चे बैठते क्यों हैं?
VIVEK ROUSHANफुटपाथ पर बच्चे बैठते क्यों हैं?
हाथ फैला कर बच्चे गिड़गिड़ाते क्यों हैं?
रोटी के एक निवाले के लिए बच्चे तरसते क्यों हैं?
दर-दर भटक कर बच्चे ठोकर खाते क्यों हैं?
न कंधे पर बाप का हाथ है,
न सर पर माँ का आँचल है,
इस फटेहाल हालात में बच्चे रहते क्यों हैं?
सारी सरकारें जब ग़रीबों के नाम पर बनती हैं,
तो वर्षों से ये बच्चे इसी हालात में क्यों हैं?
करोड़ों की योजनाएँ, परियोजनाएँ
सब ग़रीबों के लिए बनाई जाती हैं,
फिर भी इन मासूम बच्चों के हाथों में कटोरा क्यों है?
संसद के अंदर उजाला ही उजाला है,
पर इस देश के माथे पर ये काला दाग क्यों है?
कौन है जो इन मासूम बच्चों का इस्तेमाल करता है?
अपने भविष्य को बनाने के लिए
इन मासूमों के भविष्य को ख़राब करता है,
क्यों सरकारें इन मासूमों पर ध्यान नहीं देती?
ये नेता, अभिनेता, क्रिकेटर, पूंजीपति नहीं हैं,
क्या इसलिए सरकारें इनका कोई संज्ञान नहीं लेती?
जब देश का भविष्य फुटपाथ पर पल रहा है,
तो हम कैसे समझें मेरा देश आगे बढ़ रहा है?