अभी वक्त मेरा नहीं है  Sukhbir Singh Alagh

अभी वक्त मेरा नहीं है

Sukhbir Singh Alagh

हो सकता है अभी वक्त मेरा नहीं है,
पर ना ही कभी होगा ऐसा भी नहीं है।
 

मंज़िल की चाह में अभी तो मैं निकला हूँ,
ठोकरें तो हज़ारों आएँगी पर हारना नहीं है।
 

हो सकता है अभी वक्त मेरा नहीं है,
पर ना ही कभी होगा ऐसा भी नहीं है।
 

अभी हारा नहीं मैं, गलतियों से सीख रहा हूँ,
वो नहीं हूँ मैं, जो तुमको दिख रहा हूँ,
काँटो पर चलकर भी बस मुस्कुराना ही है।
 

हो सकता है अभी वक्त मेरा नहीं है,
पर ना ही कभी होगा ऐसा भी नहीं है।
 

कोशिश करता रह "अलग", वक्त तेरा भी आएगा,
गिर गिरकर तू भी, सम्भलना सीख जाएगा,
ये तेरे लिए, एक इम्तिहान की कड़ी है।
 

हो सकता है अभी वक्त मेरा नहीं है,
पर ना ही कभी होगा, ऐसा भी नहीं है।

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