कमज़ोर नहीं हैं हम Anshi aggarwal
कमज़ोर नहीं हैं हम
Anshi aggarwalबुलंद अब हुआ हमारा जोश है
आकर तंग पाया जो हमने होश है,
है नए भारत का ये आगाज़
हश्र अब होगा जो वो इतने बाज़।
फैला आतंक देखकर बहुतों की थी रूह काँपी,
साबित भी कर देंगे ज्यादा नी थी हमने हाँकी।
शुरू किया तुमने ख़तम तो हम ही करेंगे,
अमन पसंद भले ही है पर विश्व से आतंक हटाने में बिलकुल नहीं डरेंगे।
इंसानियत के ख़िलाफ़ नहीं जंग,
हिम्मत कर भी कैसे दी कि चैन करोगे इस जहाँ का भंग,
हर वो चिंगारी सीने को दे रही है वो राहत,
वो इक्कीस मिनट मुझे पूरी हुई बदले की चाहत।
चमकेगा ताउम्र अच्छाई का सितारा
अभी काफी तो नहीं ये एक इशारा;
इंतज़ार उस पल का है जब कायनात करेगी तिरंगे को सलाम
शोहरत बढेगी तो होगा सबसे बड़ा इनाम।
आज के हमले के बाद बढेगी हर भारतीय की शान,
इसके लिए ही तो हँस कर दे दिए थे उन वीरों ने प्राण,
लक्ष्य नहीं कि होना चाहिए खौफ,
इज़्ज़त पाने के लिए चाहे लानी हो आँधियाँ गिरानी हो बर्फ।