सब्र AMITOSH AMITOSH
सब्र
AMITOSH AMITOSHसमन्दर में भी कोई,
बाँध बन जाए
मेरे सब्र को भी,
थोड़ा सब्र हो जाए
कुछ तो नेकी होगी,
हम में भी
बेवफा ज़िन्दगी,
कुछ वफा कर जाए,
ज़ख्म भर जाते हैं
दुनिया में लेकिन
दुआ है,
निशां भी मिट जाए
इस समंदर में भी कोई
बाँध बन जाए!