प्रेम पाश Rajender कुमार Chauhan
प्रेम पाश
Rajender कुमार Chauhanहोने दो एक बार इशारा,
जीवन का फिर देख नजारा,
हो जाएगा प्यार,
ओ! मेरी जान।
अभी-अभी तो आँख लड़ी है,
लड़की क्या बिन्दास खड़ी है,
हो जाएगा इक़रार,
ओ! मेरी जान।
कनखियों से जब वो देखे,
रह जाएँ सब हक्के बक्के,
अखियों में ना कोई झाँके,
नज़र बचा-बचा सब ताकें,
हो जाएगी तक़रार,
ओ! मेरी जान।
तुनक-तुनक कर जब वो चलती,
आशिक की फिर एक ना चलती,
पड़ें जोड़ने हाथ मुझे फिर,
मेरी हो या उसकी ग़लती,
हो जाए फिर एतबार,
ओ! मेरी जान।