ज़िन्दगी मिले ना दोबारा  VINAY KUMAR PRAJAPATI

ज़िन्दगी मिले ना दोबारा

VINAY KUMAR PRAJAPATI

सुनो मेरे यारा,
ज़िन्दगी मिले ना दोबारा,
ज़िन्दगी मिली है तो कुछ ऐसा करो
माता-पिता का नाम ऊँचा करो।
 

ना डरना यारा, ना गिरना यारा,
दुःख हो या दर्द हो ना रोना यारा,
बढ़ते रहना सत्य के लिए लड़ते रहना।
 

मुश्किल कोई राह नहीं
नामुमकिन कोई चाह नहीं,
हर कदम पर होंगे काँटे,
मुश्किल होंगे रास्ते,
पर तू बढ़ता रहना यारा ! क्योंकि
ज़िन्दगी मिले ना दोबारा,
ओ यारा ज़िन्दगी मिले ना दोबारा।
 

लक्ष्य है बड़ा, रास्ता है काँटों भरा,
है घनघोर अँधेरा पर आएगा उम्मीद का सवेरा,
मरना है एक दिन सबको यारा ! क्योंकि
ज़िन्दगी मिले ना दोबारा
ओ यारा ज़िन्दगी मिले ना दोबारा।
 

अमर होने के लिए अमृत पीना नहीं पड़ता,
मरने के लिए विष पीना नहीं पड़ता,
मृत्यु ईश्वर के हाथों में आधारित है,
अमर होना तुम्हारे कर्मों पर आधारित है।
आत्महत्या कभी करना ना यारा ! क्योंकि
ज़िन्दगी मिले ना दोबारा
ओ यारा ज़िन्दगी मिले ना दोबारा।

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