देश से भ्रष्टाचार को है मिटाना  VIPIN KUMAR TYAGI

देश से भ्रष्टाचार को है मिटाना

VIPIN KUMAR TYAGI

भ्रष्टाचार को है मिटाना
देश को है आगे बढ़ाना,
देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी ने भी था माना,
देश में भ्रष्टाचार का रोग है पुराना,
सरकारी तंत्र से भ्रष्टाचार को है मिटाना,
देश के विकास को आगे है बढ़ाना।
भ्रष्टाचार को जड़ों से है काटना,
भ्रष्टाचारियों को जेल है भिजवाना,
भ्रष्टाचार को है मिटाना,
देश को है आगे बढ़ाना।
 

देश की जनता के टैक्स के पैसों को
देश के ही कार्यों में है लगाना,
इसमें पैसे की बंदरबांट को है रोकना,
विकास का पैसा विकास के कार्यों में ही है लगाना,
इसमें भ्रष्टाचार को होने नहीं है देना।
भ्रष्टाचार को रोकने में सरकार का सहयोग है करना,
भ्रष्टाचारियों को रंगे हाथ है पकड़वाना,
भ्रष्टाचार को है मिटाना,
देश को है आगे बढ़ाना।
 

शपथ हमने ली है न स्वयं भ्रष्टाचार करेंगे,
न ही दूसरो को भ्रष्टाचार करने देंगे,
जनता को भ्रष्टाचार के बारे में जागरूक करेंगे,
उन्हें भ्रष्टाचार रोकने में सहयोग करने को प्रेरित करेंगे,
सभी सरकारी कार्यों को हम ऑन लाइन करेंगे,
दूसरों को भी सरकारी कार्यों को
ऑन लाइन करने के लिए प्रेरित करेंगे,
भ्रष्टाचार को है मिटाना
देश को है आगे बढ़ाना।

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