महिलाओं का योगदान VIPIN KUMAR TYAGI
महिलाओं का योगदान
VIPIN KUMAR TYAGIहर पुरुष की सफलता में होता है
किसी ना किसी महिला का योगदान,
बच्चों का लालन-पालन, प्रथम शिक्षा,
चरित्र शिक्षा में रहता है, माँ का योगदान,
पारिवारिक शिक्षा, प्रेरक कहानियों,
सामाजिक शिक्षा में रहता है,
दादी, ताई, या चाची का योगदान,
हर पुरुष की सफलता में रहता है,
किसी ना किसी महिला का योगदान।
पढ़ाई के समय व उद्देश्य के निर्धारण करने में
महिला शिक्षक व महिला दोस्त का योगदान,
खेलो में, मनोरंजन में, पढ़ाई कैसे करें व सफलता में भी
माँ-बहन व शिक्षिकाओं का योगदान,
हर पुरुष की सफलता में रहता है
किसी ना किसी महिला का योगदान।
शादी के बाद सामाजिक दायित्यों के निर्वहन में,
नौकरी की सफलता में पत्नी का योगदान,
सामाजिक कर्तव्यों में, नौकरी की सफलता में
महिला मित्र का योगदान,
स्वास्थ्य देखभाल एवं स्वास्थ्य जागरुकता में
माँ व बेटी का योगदान,
हर पुरुष की सफलता में रहता है
किसी ना किसी महिला का योगदान।
रिटायरमेंट के बाद व बुढ़ापे में पत्नी का योगदान,
बीमारी के समय देखभाल में बेटी का योगदान,
अंतिम समय में भी रहता है किसी
ना किसी महिला का योगदान,
हर पुरुष की सफलता में रहता है
किसी ना किसी महिला का योगदान।